महाभारतम् — 6.2.15
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् उक्त्वा स भगवान् कुरूणाम् प्रपितामहः पुनः एव महा-बाहुम् धृतराष्ट्रम् उवाच ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| प्रपितामहः | प्रपितामह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बाहुम् | बाहु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धृतराष्ट्रम् | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |