महाभारतम् — 6.21.7
Original
Segmented
प्रज्ञया अभ्यधिकान् शूरान् गुण-युक्तान् बहून् अपि जयन्ति अल्पतराः येन तत् निबोध विशाम् पते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रज्ञया | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| अभ्यधिकान् | अभ्यधिक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| शूरान् | शूर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| युक्तान् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| जयन्ति | जि | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| अल्पतराः | अल्पतर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| निबोध | निबुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| विशाम् | विश् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| पते | पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |