महाभारतम् — 6.4.10
Original
Segmented
एवम् ब्रुवति विप्र-इन्द्रे धृतराष्ट्रो ऽम्बिकासुतः आक्षिप्य वाक्यम् वाक्य-ज्ञः वाक्पथेन अपि अयात् पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| ब्रुवति | ब्रू | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
| इन्द्रे | इन्द्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽम्बिकासुतः | अम्बिकासुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आक्षिप्य | आक्षिप् | pos=vi |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वाक्य | वाक्य | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वाक्पथेन | वाक्पथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अयात् | या | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| पुनः | पुनर् | pos=i |