महाभारतम् — 6.41.34
Original
Segmented
प्रीतो ऽस्मि पुत्र युध्यस्व जयम् आप्नुहि पाण्डव यत् ते ऽभिलषितम् च अन्यत् तद् अवाप्नुहि संयुगे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| युध्यस्व | युध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| जयम् | जय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आप्नुहि | आप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| ऽभिलषितम् | अभिलष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवाप्नुहि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |