महाभारतम् — 6.41.42
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच हन्त पृच्छामि तस्मात् त्वाम् पितामह नमो ऽस्तु ते जय-उपायम् ब्रवीहि त्वम् आत्मनः समरे परैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हन्त | हन्त | pos=i |
| पृच्छामि | प्रच्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| नमो | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| जय | जय | pos=n,comp=y |
| उपायम् | उपाय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ब्रवीहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| परैः | पर | pos=n,g=m,c=3,n=p |