महाभारतम् — 6.45.8
Original
Segmented
जाम्बूनद-विचित्रेन कर्णिकारेण केतुना अभ्यवर्षत भीष्मम् च तान् च एव रथ-सत्तमान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जाम्बूनद | जाम्बूनद | pos=n,comp=y |
| विचित्रेन | विचित्र | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| कर्णिकारेण | कर्णिकार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| केतुना | केतु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभ्यवर्षत | अभिवृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| सत्तमान् | सत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=p |