महाभारतम् — 6.5.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् उक्त्वा ययौ व्यासो धृतराष्ट्राय धीमते धृतराष्ट्रो ऽपि तत् श्रुत्वा ध्यानम् एव अन्वपद्यत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| व्यासो | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धृतराष्ट्राय | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| धीमते | धीमत् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| ध्यानम् | ध्यान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अन्वपद्यत | अनुपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |