महाभारतम् — 6.5.17
Original
Segmented
उद्भिद्-जाः स्थावराः प्रोक्तास् तेषाम् पञ्च एव जातयः वृक्ष-गुल्म-लता-वल्ली त्वच्-सार तृण-जातयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उद्भिद् | उद्भिद् | pos=n,comp=y |
| जाः | ज | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| स्थावराः | स्थावर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्रोक्तास् | प्रवच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| एव | एव | pos=i |
| जातयः | जाति | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| वृक्ष | वृक्ष | pos=n,comp=y |
| गुल्म | गुल्म | pos=n,comp=y |
| लता | लता | pos=n,comp=y |
| वल्ली | वल्ली | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| त्वच् | त्वच् | pos=n,comp=y |
| सार | सार | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| तृण | तृण | pos=n,comp=y |
| जातयः | जाति | pos=n,g=f,c=1,n=p |