महाभारतम् — 6.5.19
Original
Segmented
य एताम् वेद गायत्रीम् पुण्याम् सर्व-गुण-अन्विताम् तत्त्वेन भरत-श्रेष्ठ स लोकान् न प्रणश्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एताम् | एतद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गायत्रीम् | गायत्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पुण्याम् | पुण्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| अन्विताम् | अन्वित | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| प्रणश्यति | प्रणश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |