महाभारतम् — 6.50.110
Original
Segmented
सम्पूज्यमानः पाञ्चाल्यैः मत्स्यैः च भरत-ऋषभ धृष्टद्युम्नम् परिष्वज्य समेयाद् अथ सात्यकिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सम्पूज्यमानः | सम्पूजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पाञ्चाल्यैः | पाञ्चाल्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| मत्स्यैः | मत्स्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| धृष्टद्युम्नम् | धृष्टद्युम्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| परिष्वज्य | परिष्वज् | pos=vi |
| समेयाद् | समे | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अथ | अथ | pos=i |
| सात्यकिम् | सात्यकि | pos=n,g=m,c=2,n=s |