महाभारतम् — 6.51.25
Original
Segmented
हय-आरोहाः हयान् त्यक्त्वा गज-आरोहाः च दन्तिनः अर्जुनस्य भयाद् राजन् समन्ताद् विप्रदुद्रुवुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हय | हय | pos=n,comp=y |
| आरोहाः | आरोह | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हयान् | हय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
| गज | गज | pos=n,comp=y |
| आरोहाः | आरोह | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| दन्तिनः | दन्तिन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अर्जुनस्य | अर्जुन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भयाद् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| समन्ताद् | समन्तात् | pos=i |
| विप्रदुद्रुवुः | विप्रद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lit |