महाभारतम् — 6.54.5
Original
Segmented
तत्र तल् लाघवम् दृष्ट्वा बीभत्सोः अति मानुषम् देव-दानव-गन्धर्वाः पिशाच-उरग-राक्षसाः साधु साधु इति राज-इन्द्र फल्गुनम् प्रत्यपूजयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तल् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| लाघवम् | लाघव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| बीभत्सोः | बीभत्सु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अति | अति | pos=i |
| मानुषम् | मानुष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| दानव | दानव | pos=n,comp=y |
| गन्धर्वाः | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पिशाच | पिशाच | pos=n,comp=y |
| उरग | उरग | pos=n,comp=y |
| राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| फल्गुनम् | फल्गुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रत्यपूजयन् | प्रतिपूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |