महाभारतम् — 6.55.30
Original
Segmented
द्वौ त्रीन् अपि गज-आरोहान् पिण्डितान् वर्मितान् अपि नाराचेन सु तीक्ष्णेन निजघान पिता तव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्वौ | द्वि | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| गज | गज | pos=n,comp=y |
| आरोहान् | आरोह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पिण्डितान् | पिण्डय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| वर्मितान् | वर्मित | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| नाराचेन | नाराच | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| तीक्ष्णेन | तीक्ष्ण | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| निजघान | निहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |