महाभारतम् — 6.55.9
Original
Segmented
पतितानि उत्तमाङ्गानि बाहवः च विभूषिताः व्यचेष्टन्त महीम् प्राप्य शतशो ऽथ सहस्रशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पतितानि | पत् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| उत्तमाङ्गानि | उत्तमाङ्ग | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| बाहवः | बाहु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| विभूषिताः | विभूषय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| व्यचेष्टन्त | विचेष्ट् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| शतशो | शतशस् | pos=i |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |