महाभारतम् — 6.58.2
Original
Segmented
नित्यम् हि मामकान् तात हतान् एव हि शंससि अव्यग्रान् च प्रहृष्टान् च नित्यम् शंससि पाण्डवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| मामकान् | मामक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| हतान् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| एव | एव | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| शंससि | शंस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| अव्यग्रान् | अव्यग्र | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| प्रहृष्टान् | प्रहृष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| शंससि | शंस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |