महाभारतम् — 6.6.11
Original
Segmented
अचिन्त्याः खलु ये भावा न तान् तर्केण साधयेत् प्रकृतिभ्यः परम् यत् तु तद् अचिन्त्यस्य लक्षणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अचिन्त्याः | अचिन्त्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| खलु | खलु | pos=i |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भावा | भाव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| न | न | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तर्केण | तर्क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| साधयेत् | साधय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| प्रकृतिभ्यः | प्रकृति | pos=n,g=f,c=5,n=p |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अचिन्त्यस्य | अचिन्त्य | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| लक्षणम् | लक्षण | pos=n,g=n,c=1,n=s |