महाभारतम् — 6.61.15
Original
Segmented
युध्यन्ति ते यथान्यायम् शक्तिमत् च संयुगे धर्मेण सर्व-कार्याणि कीर्तितानि इति भारत आरभन्ते सदा पार्थाः प्रार्थयाना महद् यशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युध्यन्ति | युध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
| शक्तिमत् | शक्तिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| कार्याणि | कार्य | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| कीर्तितानि | कीर्तय् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| आरभन्ते | आरभ् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सदा | सदा | pos=i |
| पार्थाः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रार्थयाना | प्रार्थय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |