महाभारतम् — 6.67.1
Original
Segmented
संजय उवाच दृष्ट्वा भीष्मेण संसक्तान् भ्रातॄन् अन्यान् च पार्थिवान् तम् अभ्यधावद् गाङ्गेयम् उद्यत-अस्त्रः धनंजयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| भीष्मेण | भीष्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| संसक्तान् | संसञ्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अन्यान् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| पार्थिवान् | पार्थिव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभ्यधावद् | अभिधाव् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| गाङ्गेयम् | गाङ्गेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उद्यत | उद्यम् | pos=va,comp=y,f=part |
| अस्त्रः | अस्त्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |