महाभारतम् — 6.67.5
Original
Segmented
अशुश्रुम भृशम् च अस्य शक्रस्य इव अभिगर्ज् सु घोरम् तलयोः शब्दम् निघ्नतः ते वाहिनीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अशुश्रुम | श्रु | pos=v,p=1,n=p,l=lit |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शक्रस्य | शक्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अभिगर्ज् | अभिगर्ज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| सु | सु | pos=i |
| घोरम् | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तलयोः | तल | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| शब्दम् | शब्द | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| निघ्नतः | निहन् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वाहिनीम् | वाहिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |