महाभारतम् — 6.79.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच बहूनि इह विचित्राणि द्वैरथानि स्म संजय पाण्डूनाम् मामकैः सार्धम् अश्रौषम् तव जल्पतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| बहूनि | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| विचित्राणि | विचित्र | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| द्वैरथानि | द्वैरथ | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| स्म | स्म | pos=i |
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पाण्डूनाम् | पाण्डु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मामकैः | मामक | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| जल्पतः | जल्प् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |