महाभारतम् — 6.82.1
Original
Segmented
संजय उवाच विरथम् तम् समासाद्य चित्रसेनम् मनस्विनम् रथम् आरोपयामास विकर्णः तनयः ते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विरथम् | विरथ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| चित्रसेनम् | चित्रसेन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मनस्विनम् | मनस्विन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आरोपयामास | आरोपय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विकर्णः | विकर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तनयः | तनय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |