महाभारतम् — 6.86.83
Original
Segmented
किम् पुनः पृथिवी-शूरैः योध-व्रातैः समावृतः इति अब्रुवन् महा-राज रणे द्रोणेन पीडिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| किम् | किम् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पृथिवी | पृथिवी | pos=n,comp=y |
| शूरैः | शूर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| योध | योध | pos=n,comp=y |
| व्रातैः | व्रात | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| समावृतः | समावृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| अब्रुवन् | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| द्रोणेन | द्रोण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पीडिताः | पीडय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |