महाभारतम् — 6.88.32
Original
Segmented
पूर्ण-आयत-विसृष्टेन सम्यक् प्रणिहितेन च जत्रु-देशे समासाद्य विकर्णम् समताडयत् न्यषीदत् स रथोपस्थे शोणितेन परिप्लुतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पूर्ण | पूर्ण | pos=a,comp=y |
| आयत | आयम् | pos=va,comp=y,f=part |
| विसृष्टेन | विसृज् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
| प्रणिहितेन | प्रणिधा | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| जत्रु | जत्रु | pos=n,comp=y |
| देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| विकर्णम् | विकर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समताडयत् | संताडय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| न्यषीदत् | निषद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रथोपस्थे | रथोपस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| शोणितेन | शोणित | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| परिप्लुतः | परिप्लु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |