महाभारतम् — 6.9.15
Original
Segmented
क्षीरोदस्य समुद्रस्य तथा एव उत्तरतस् प्रभुः हरिः वसति वैकुण्ठः शकटे कनक-आत्मके
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षीरोदस्य | क्षीरोद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समुद्रस्य | समुद्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| उत्तरतस् | उत्तरतस् | pos=i |
| प्रभुः | प्रभु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हरिः | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वसति | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वैकुण्ठः | वैकुण्ठ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शकटे | शकट | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| कनक | कनक | pos=n,comp=y |
| आत्मके | आत्मक | pos=a,g=n,c=7,n=s |