महाभारतम् — 6.90.45
Original
Segmented
तान् च प्रद्रवतो दृष्ट्वा जयम् प्राप्ताः च पाण्डवाः घटोत्कचेन सहिताः सिंहनादान् प्रचक्रिरे शङ्ख-दुन्दुभि-घोषाः च समन्तात् सस्वनुः भृशम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| प्रद्रवतो | प्रद्रु | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| जयम् | जय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राप्ताः | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| घटोत्कचेन | घटोत्कच | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सहिताः | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| सिंहनादान् | सिंहनाद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रचक्रिरे | प्रकृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| शङ्ख | शङ्ख | pos=n,comp=y |
| दुन्दुभि | दुन्दुभि | pos=n,comp=y |
| घोषाः | घोष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
| सस्वनुः | स्वन् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |