महाभारतम् — 6.91.1
Original
Segmented
संजय उवाच तस्मिन् महति संक्रन्दे राजा दुर्योधनः तदा गाङ्गेयम् उपसंगम्य विनयेन अभिवाद्य च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| महति | महत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| संक्रन्दे | संक्रन्द | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दुर्योधनः | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| गाङ्गेयम् | गाङ्गेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपसंगम्य | उपसंगम् | pos=vi |
| विनयेन | विनय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |