महाभारतम् — 6.92.61
Original
Segmented
कवचैः शोणित-आदिग्धैः विप्रकीर्णैः च काञ्चनैः रराज सु भृशम् भूमिः शान्त-अर्चिभिः इव अनलैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कवचैः | कवच | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| शोणित | शोणित | pos=n,comp=y |
| आदिग्धैः | आदिह् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
| विप्रकीर्णैः | विप्रकृ | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| काञ्चनैः | काञ्चन | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| रराज | राज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सु | सु | pos=i |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| भूमिः | भूमि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| शान्त | शम् | pos=va,comp=y,f=part |
| अर्चिभिः | अर्चि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| अनलैः | अनल | pos=n,g=m,c=3,n=p |