महाभारतम् — 7.1.38
Original
Segmented
पाण्डवैः वा हते भीष्मे त्वयि स्वर्गम् उपेयुषि हन्तास्मि एक-रथेन एव कृत्स्नान् यान् मन्यसे रथान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पाण्डवैः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| हते | हन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| भीष्मे | भीष्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपेयुषि | उपे | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| हन्तास्मि | हन् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| एक | एक | pos=n,comp=y |
| रथेन | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| कृत्स्नान् | कृत्स्न | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| यान् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| रथान् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |