महाभारतम् — 7.1.6
Original
Segmented
तस्य चिन्तयतो दुःखम् अनिशम् पार्थिवस्य तत् आजगाम विशुद्ध-आत्मा पुनः गावल्गणि तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| चिन्तयतो | चिन्तय् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनिशम् | अनिशम् | pos=i |
| पार्थिवस्य | पार्थिव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आजगाम | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विशुद्ध | विशुध् | pos=va,comp=y,f=part |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| गावल्गणि | गावल्गणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |