महाभारतम् — 7.10.51
Original
Segmented
तस्माद् अपरिहार्ये ऽर्थे सम्प्राप्ते कृच्छ्र उत्तमे अपारणीये दुश्चिन्त्ये यथाभूतम् प्रचक्ष्व मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
| अपरिहार्ये | अपरिहार्य | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| ऽर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सम्प्राप्ते | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| कृच्छ्र | कृच्छ्र | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| उत्तमे | उत्तम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| अपारणीये | अपारणीय | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| दुश्चिन्त्ये | दुश्चिन्त्य | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| यथाभूतम् | यथाभूतम् | pos=i |
| प्रचक्ष्व | प्रचक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |