महाभारतम् — 7.100.25
Original
Segmented
सो अत्यन्त-सुख-संवृद्धः लक्ष्म्या लोकस्य च ईश्वरः एको बहून् समासाद्य कच्चित् न आसीत् पराङ्मुखः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अत्यन्त | अत्यन्त | pos=a,comp=y |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| संवृद्धः | संवृध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| लक्ष्म्या | लक्ष्मी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एको | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पराङ्मुखः | पराङ्मुख | pos=a,g=m,c=1,n=s |