महाभारतम् — 7.102.1
Original
Segmented
संजय उवाच व्यूहेषु आलोडय् पाण्डवानाम् ततस् ततस् सु दूरम् अन्वयुः पार्थाः पाञ्चालाः सह सोमकैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| व्यूहेषु | व्यूह | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| आलोडय् | आलोडय् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| दूरम् | दूरम् | pos=i |
| अन्वयुः | अनुया | pos=v,p=3,n=p,l=lun |
| पार्थाः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पाञ्चालाः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सह | सह | pos=i |
| सोमकैः | सोमक | pos=n,g=m,c=3,n=p |