महाभारतम् — 7.105.28
Original
Segmented
दुर्योधनो ऽपि राज-इन्द्र पाञ्चाल्यस्य उत्तमौजस् जघान चतुरः च अश्वान् उभौ च पार्ष्णिसारथी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुर्योधनो | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पाञ्चाल्यस्य | पाञ्चाल्य | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| उत्तमौजस् | उत्तमौजस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जघान | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| चतुरः | चतुर् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अश्वान् | अश्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| च | च | pos=i |
| पार्ष्णिसारथी | पार्ष्णिसारथि | pos=n,g=m,c=2,n=d |