महाभारतम् — 7.108.10
Original
Segmented
धनम् धनेश्वरस्य इव हृत्वा पार्थस्य मे सुतः मधु-प्रेप्सुः इव अबुद्धि प्रपातम् न अवबुध्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| धनेश्वरस्य | धनेश्वर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| हृत्वा | हृ | pos=vi |
| पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मधु | मधु | pos=n,comp=y |
| प्रेप्सुः | प्रेप्सु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अबुद्धि | अबुद्धि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्रपातम् | प्रपात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| अवबुध्यते | अवबुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |