महाभारतम् — 7.115.16
Original
Segmented
तैः कायम् अस्य अग्नि-अनिल-प्रभावैः विदार्य बाणैः अपरैः ज्वलद्भिः आहन् तान् रजत-प्रकाशान् अश्वान् चतुर्भिः चतुरः प्रसह्य
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| कायम् | काय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| अनिल | अनिल | pos=n,comp=y |
| प्रभावैः | प्रभाव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| विदार्य | विदारय् | pos=vi |
| बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अपरैः | अपर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| ज्वलद्भिः | ज्वल् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| आहन् | आहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| रजत | रजत | pos=n,comp=y |
| प्रकाशान् | प्रकाश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अश्वान् | अश्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| चतुर्भिः | चतुर् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| चतुरः | चतुर् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रसह्य | प्रसह् | pos=vi |