महाभारतम् — 7.117.27
Original
Segmented
निर्भिदन्तौ हि गात्राणि विक्षरन्तौ च शोणितम् व्यष्टम्भयेताम् अन्योन्यम् प्राण-द्यूत-अभिदेविनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निर्भिदन्तौ | निर्भिद् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| गात्राणि | गात्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| विक्षरन्तौ | विक्षर् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| च | च | pos=i |
| शोणितम् | शोणित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| व्यष्टम्भयेताम् | विष्टम्भय् | pos=v,p=3,n=d,l=lan |
| अन्योन्यम् | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राण | प्राण | pos=n,comp=y |
| द्यूत | द्यूत | pos=n,comp=y |
| अभिदेविनः | अभिदेविन् | pos=a,g=m,c=1,n=d |