महाभारतम् — 7.12.10
Original
Segmented
प्रपतेद् द्यौः स नक्षत्रा पृथिवी शकलीभवेत् न त्वाम् द्रोणो निगृह्णीयात् जीवति मयि ध्रुवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रपतेद् | प्रपत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| द्यौः | दिव् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| स | स | pos=i |
| नक्षत्रा | नक्षत्र | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पृथिवी | पृथिवी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| शकलीभवेत् | शकलीभू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| न | न | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| द्रोणो | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निगृह्णीयात् | निग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| जीवति | जीव् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |