महाभारतम् — 7.12.11
Original
Segmented
यदि तस्य रणे साह्यम् कुरुते वज्रभृत् स्वयम् देवैः वा सहितो दैत्यैः न त्वाम् प्राप्स्यति असौ मृधे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदि | यदि | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| साह्यम् | साह्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वज्रभृत् | वज्रभृत् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| देवैः | देव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| सहितो | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दैत्यैः | दैत्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| न | न | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| प्राप्स्यति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मृधे | मृध | pos=n,g=m,c=7,n=s |