महाभारतम् — 7.120.41
Original
Segmented
संरब्धाः सैन्धवस्य अर्थे समावृण्वन् किरीटिनम् नृत्यन्तम् रथ-मार्गेषु धनुः-ज्या-तल-निस्वनैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संरब्धाः | संरभ् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सैन्धवस्य | सैन्धव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| समावृण्वन् | समावृ | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| किरीटिनम् | किरीटिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| नृत्यन्तम् | नृत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| मार्गेषु | मार्ग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| धनुः | धनुस् | pos=n,comp=y |
| ज्या | ज्या | pos=n,comp=y |
| तल | तल | pos=n,comp=y |
| निस्वनैः | निस्वन | pos=n,g=m,c=3,n=p |