महाभारतम् — 7.122.2
Original
Segmented
संजय उवाच सैन्धवम् निहतम् दृष्ट्वा रणे पार्थेन मारिष अमर्ष-वशम् आपन्नः कृपः शारद्वतः तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सैन्धवम् | सैन्धव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| निहतम् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पार्थेन | पार्थ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| मारिष | मारिष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अमर्ष | अमर्ष | pos=n,comp=y |
| वशम् | वश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आपन्नः | आपद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कृपः | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शारद्वतः | शारद्वत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |