महाभारतम् — 7.122.85
Original
Segmented
उपाजह्रुः तम् आस्थाय कर्णो अपि अभ्यद्रवत् रिपून् एतत् ते सर्वम् आख्यातम् यत् माम् त्वम् परिपृच्छसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपाजह्रुः | उपाहृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आस्थाय | आस्था | pos=vi |
| कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अभ्यद्रवत् | अभिद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| रिपून् | रिपु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आख्यातम् | आख्या | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| परिपृच्छसि | परिप्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |