महाभारतम् — 7.123.26
Original
Segmented
एवम् एव हते कर्णे स अनुबन्धे दुरात्मनि वर्धयिष्यामि भूयस् त्वा विजित-अरिम् हत-द्विषम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| हते | हन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| कर्णे | कर्ण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स | स | pos=i |
| अनुबन्धे | अनुबन्ध | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| दुरात्मनि | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| वर्धयिष्यामि | वर्धय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| भूयस् | भूयस् | pos=i |
| त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| विजित | विजि | pos=va,comp=y,f=part |
| अरिम् | अरि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
| द्विषम् | द्विष् | pos=a,g=m,c=2,n=s |