महाभारतम् — 7.123.31
Original
Segmented
श्री-कृष्णः उवाच प्रार्थयन्तो जयम् युद्धे प्रथितम् च महद् यशः पृथिव्याम् शेरते शूराः पार्थिवाः त्वद्-शरैः हताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्री | श्री | pos=n,comp=y |
| कृष्णः | कृष्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्रार्थयन्तो | प्रार्थय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| जयम् | जय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्रथितम् | प्रथ् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| शेरते | शी | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| शूराः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पार्थिवाः | पार्थिव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| हताः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |