महाभारतम् — 7.125.29
Original
Segmented
यो हि मित्रम् अविज्ञाय याथातथ्येन मन्द-धीः मित्र-अर्थे योजयति एनम् तस्य सो ऽर्थो ऽवसीदति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| मित्रम् | मित्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अविज्ञाय | अविज्ञाय | pos=i |
| याथातथ्येन | याथातथ्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| मन्द | मन्द | pos=a,comp=y |
| धीः | धी | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| योजयति | योजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽर्थो | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽवसीदति | अवसद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |