महाभारतम् — 7.127.7
Original
Segmented
प्रियो हि फल्गुनो नित्यम् आचार्यस्य महात्मनः ततो ऽस्य दत्तवान् द्वारम् न युद्धेन अरि-मर्दनैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रियो | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| फल्गुनो | फल्गुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| आचार्यस्य | आचार्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दत्तवान् | दा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| युद्धेन | युद्ध | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अरि | अरि | pos=n,comp=y |
| मर्दनैः | मर्दन | pos=a,g=m,c=8,n=s |