महाभारतम् — 7.13.2
Original
Segmented
निर्दहन्तम् अनीकानि साक्षाद् अग्निम् इव उत्थितम् दृष्ट्वा रुक्मरथम् युद्धे समकम्पन्त सृञ्जयाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निर्दहन्तम् | निर्दह् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अनीकानि | अनीक | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| साक्षाद् | साक्षात् | pos=i |
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| उत्थितम् | उत्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| रुक्मरथम् | रुक्मरथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| समकम्पन्त | संकम्प् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| सृञ्जयाः | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=1,n=p |