महाभारतम् — 7.133.21
Original
Segmented
तावद् गर्जसि राधेय यावत् पार्थम् न पश्यसि पुरा पार्थम् हि ते दृष्ट्वा दुर्लभम् गर्जितम् भवेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तावद् | तावत् | pos=i |
| गर्जसि | गर्ज् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| राधेय | राधेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यावत् | यावत् | pos=i |
| पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| पश्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| दुर्लभम् | दुर्लभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| गर्जितम् | गर्जित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |