महाभारतम् — 7.135.47
Original
Segmented
पाञ्चालान् च एव तान् सर्वान् बाणैः संनत-पर्वभिः व्यद्रावयद् अमेय-आत्मा शतशो ऽथ सहस्रशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पाञ्चालान् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| संनत | संनम् | pos=va,comp=y,f=part |
| पर्वभिः | पर्वन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| व्यद्रावयद् | विद्रावय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अमेय | अमेय | pos=a,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शतशो | शतशस् | pos=i |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |