महाभारतम् — 7.138.8
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच तेषाम् संलोड्यमानानाम् पाण्डवैः निहत-ओजस् अन्धे तमसि मग्नानाम् आसीत् का वो मतिः तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| संलोड्यमानानाम् | संलोडय् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| पाण्डवैः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| निहत | निहन् | pos=va,comp=y,f=part |
| ओजस् | ओजस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अन्धे | अन्ध | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| तमसि | तमस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| मग्नानाम् | मज्ज् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वो | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |