महाभारतम् — 7.141.1
Original
Segmented
संजय उवाच भूरि तु समरे राजञ् शैनेयम् रथिनाम् वरम् आपतन्तम् अपासेधत् प्रपानाद् इव कुञ्जरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भूरि | भूरि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| राजञ् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शैनेयम् | शैनेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रथिनाम् | रथिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| वरम् | वर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आपतन्तम् | आपत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अपासेधत् | अपसिध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| प्रपानाद् | प्रपान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| कुञ्जरम् | कुञ्जर | pos=n,g=m,c=2,n=s |